आयुष्मान कार्ड देपालपुर चलता है कि नहीं

 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मुहैया कराने वाली आयुष्मान भारत योजना के दायरे में प्रदेश की साढ़े चार करोड़ से ज्यादा आबादी आती है, लेकिन योजना लागू होने के लगभग 5 महीने बाद भी इसमें शामिल अस्पतालों की संख्या महज 209 तक ही पहुंच पाई है। इसमें भी प्रदेश के सिर्फ 66 निजी अस्पताल ही ऐसे हैं, जहां इस योजना का लाभ दिया जा रहा है। इंदौर में कुल 7 अस्पताल इस योजना से जुड़े हैं, उसमें तीन निजी हैं। दिलचस्प बात तो यह है कि ये तीनों राजस आई केयर, रेटिना केयर और लक्ष्मीदेवी अस्पताल मुख्य रूप से आंखों का इलाज करते हैं। ऐसे में बाकी बीमारियों का इलाज कैसे होगा, यह सवाल उठ रहा है। जिले में ही करीब 4.63 लाख लोग योजना का लाभ उठाएंगे, लिहाजा मरीजों को निजी अस्पताल की सेवाएं कम ही मिल पाएगी। वह भी तब, जब सिर्फ शहर में ही 150 से ज्यादा हॉस्पिटल चल रहे हैं। महू, सांवेर, देपालपुर के अस्पतालों को मिलाएं तो यह संख्या पौने दौ सौ के आसपास पहुंचती है। लेकिन देपालपुर में अभी तक कोई भी हॉस्पिटल आयुष्मान योजना के अंतर्गत नही आता  हालांकि अब नियमों में कुछ बदलाव किए हैं, जिससे सरकार को उम्मीद है कि नए निजी अस्पताल जुड़ेंगे।                        

Aayushman Card